UP Bhulekh : सन1968 में, भारत सरकार ने “शत्रु सम्पत्ति अधिनियम” (Enemy Property Act) पारित किया था , जिससे शत्रु सम्पत्ति का प्रबंधन और नियंत्रण सुनिश्चित हुआ। इस एक्ट में समय-समय पर इस कानून में संशोधन किया जाता है ताकि प्रबंधन और उपयोग में सुधार हो सके।
क्या आप भी अपने UP Bhulekh shatru sampati देखना चाहते है तो आप को यूपी भूलेख पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन देख सकते है हमारे इस लेख को पढकर आप आसानी से शत्रु सम्पत्ति की जानकारी ऑनलाइन देख सकते है ।
UP Bhulekh Shatru Sampati Overview
पोर्टल का नाम | UP Bhulekh शत्रु सम्पत्ति कैसे देखें |
विभाग का नाम | भूमि अभिलेख अनुरक्षण विभाग |
जानकारी | इस पोर्टल के द्वारा UP Bhulekh शत्रु सम्पत्ति की जानकारी को ऑनलाइन देखने की प्रक्रिया के बारे मे बिस्तार से बताएंगे |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश राज्य के सभी नागरिक / भूमि मालिक |
आधिकारिक वेबसाइट | https://upbhulekh.gov.in/ |
शत्रु सम्पत्ति किसे कहते है ?
भारत में शत्रु सम्पत्ति की सुरूआत 1947 के विभाजन के समय से उत्पन्न हुई थी । जब यहा के कुछ लोग पाकिस्तान चले गए, तो उन लोगो संपत्ति भारत में रह गई, जिसे ही शत्रु सम्पत्ति कहा गया। देश का विभाजन के समय बड़ी संख्या में लोग भारत से पाकिस्तान और पाकिस्तान से भारत चले गए थे । उस समय छोड़ी गई संपत्ति को भारत सरकार ने अपने कब्जे में लिया और इसे शत्रु सम्पत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया ।
शत्रु सम्पत्ति के प्रकार
भारत में शत्रु सम्पत्ति को मुख्यतः दो प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है जो इस प्रकार है –
- चल सम्पत्ति: वाहन, नकद राशि ,बैंक खाते आदि।
- अचल सम्पत्ति: जमीन,दुकान, मकान आदि।
शत्रु सम्पत्ति की पहचान
आप को शत्रु सम्पत्ति की पहचान करने के लिए कुछ निम्नलिखित तरीके हैं जिसे पालन करके आप भी शत्रु सम्पत्ति को देख सकते है-
- सरकारी रिकॉर्ड में संपत्ति के स्वामित्व के दस्तावेजों की जांच करके पता लगा सकते है
- स्थानीय लोगों और पड़ोसियों से जानकारी प्राप्त करके पता लगा सकते है ।
- यदि कोई संपत्ति का लंबे समय से बिना किसी उपयोग के खाली हो सकता है।
- संपत्ति के स्वामित्व के दस्तावेजों में किसी दुश्मन देश के नागरिक का नाम होना।
शत्रु सम्पत्ति होने के कारण
जमीन का विवाद और बंटवारा: शत्रु सम्पत्ति का प्रमुख कारण विभाजन और जमीन के विवाद हैं। विभाजन के समय बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी संपत्ति छोड़ देते है जिससे ये संपत्तियाँ शत्रु सम्पत्ति घोषित हो जाती है ।
ऐतिहासिक और राजनीतिक कारण: विभाजन और युद्ध जैसे ऐतिहासिक और राजनीतिक घटनाओं में भी शत्रु सम्पत्ति की उत्पत्ति में महत्वपूर्ण भूमिका है । इन सभी घटनाओं के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अपनी संपत्तियाँ छोड़नी पड़ती है ।
शत्रु सम्पति देखने की प्रक्रिया
यदि आप भी शत्रु सम्पत्ति की जानकारी को देखना चाहते है तो आपको निचे दी गई सूचनाओ का पालण करके आप आसानी से शत्रु सम्पत्ति की जानकारी देख सकते है-
- यदि आप शत्रु सम्पत्ति की जानकारी देखने के लिये सबसे पहले आपको UP Bhulekh के अधिकृत पोर्टल upbhulekh.gov.in पर जाना है।
- अधिकृत पोर्टल पर के होम पेज पर आपको कई सर्विसेस दिखाई देगा आपको उसमे से “शत्रु सम्पति ” बिकल्प पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जायेगा जिसमे आपको अपना जनपद, तहसील और ग्राम का नाम चुनना होगा ।
- इसके बाद आपके चुनी गयी जगह की सभी शत्रु सम्पत्ति की जानकारी यानि की विवरण आपके सामने आ जायेगा।



UP Bhulekh helpline number
ईमेल आईडी :- | [email protected] |
लैंडलाइन नंबर :- | +91-522-2217145 |
Address :- | कंप्यूटर सेल राजस्व मंडल लखनऊ, उत्तर प्रदेश |
UP Bhulekh shatru samapatti FAQs
उत्तर :- भारत में शत्रु सम्पत्ति की सुरूआत 1947 के विभाजन के समय से उत्पन्न हुई थी । जब यहा के कुछ लोग पाकिस्तान चले गए, तो उन लोगो संपत्ति भारत में रह गई, जिसे ही शत्रु सम्पत्ति कहा गया
उत्तर :- यदि आप शत्रु सम्पत्ति की जानकारी देखने के लिये सबसे पहले आपको UP Bhulekh के अधिकृत पोर्टल upbhulekh.gov.in पर जाना है।
उत्तर :- शत्रु सम्पत्ति होने के निम्न कारण है -
- जमीन का विवाद और बंटवारा
- ऐतिहासिक और राजनीतिक कारण